Friday 12 October 2012

याद

                                          


कोई दिल ही दिल में याद करता है
कोई यादमे रोकर फरियाद करता है
कोई यादो से जिंदगी सजा लेता है
कोई यादोमे आखों को रोनेकी सजा देता है...

जुदाई के दिनों की अपनी अलग मस्ती है
दिलमे रिमज़िम यादोकी फुहारे बरसती है 
हरदम उससे मिलने की ख्वाहिश रहेती है
यादो के महेलमे मूरत जिसकी बसती है...

सुनी सुनी सी जिंदगी महेकती है
जब यादो के फुल की खुशबू बिखरती है
रोशन होता है दिल का कोना कोना
उदासीके अंधेरेमे जब ये रोशनी जलती है...

BY Deepa Sevak

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