कोई दिल ही दिल में याद करता है
कोई यादमे रोकर फरियाद करता है
कोई यादो से जिंदगी सजा लेता है
कोई यादोमे आखों को रोनेकी सजा देता है...
जुदाई के दिनों की अपनी अलग मस्ती है
दिलमे रिमज़िम यादोकी फुहारे बरसती है
हरदम उससे मिलने की ख्वाहिश रहेती है
यादो के महेलमे मूरत जिसकी बसती है...
सुनी सुनी सी जिंदगी महेकती है
जब यादो के फुल की खुशबू बिखरती है
रोशन होता है दिल का कोना कोना
उदासीके अंधेरेमे जब ये रोशनी जलती है...
BY Deepa Sevak
No comments:
Post a Comment