सब कुछ क्यों जुबा से बताऊ कभी तो मेरी ख़ामोशी को भी समज ले तू
आखे बांध है तो क्या पलकों के पीछे छुपी अपनी तस्वीर को देख ले तू
धड़कन मेरी क्या कहे जरा अपने दिल पर कान लगाकर सुन ले तू
कहेते है मुहोब्बतमे दो जिस्म एक जान हो जाते है
तो बनाकर मुझे अपनी जान यु मेरी जान बक्श दे तू..
आखे बांध है तो क्या पलकों के पीछे छुपी अपनी तस्वीर को देख ले तू
धड़कन मेरी क्या कहे जरा अपने दिल पर कान लगाकर सुन ले तू
कहेते है मुहोब्बतमे दो जिस्म एक जान हो जाते है
तो बनाकर मुझे अपनी जान यु मेरी जान बक्श दे तू..
By Deepa Sevak