शिकायते तो मुझे भी तुमसे बहोत सी थी सनम पर कभी तुमको न बताया हमने
कितनी राते हमने भी काटी आग में जलते हुए पर कभी तुम्हे जख्म न दिखाया हमने
प्यारके हर इम्तेहान से हम तो हस्ते हुए गुजर गए तेरे इश्क के सहारे चलते
जैसे तुमने उठाया मेरे प्यार पर सवाल,वैसे तो कभी हक़ भी नहीं जताया हमने ....
Deepa Sevak
Deepa Sevak